श्रीराम नवमी की आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ -जय भीम

जय भीम, जय जोगेन्द्र, नमो बुद्धाय दोस्तों, श्रीराम नवमी की आप सभी को शुभकामनाएँ l कई सदियों के बाद समस्त हिन्दू समाज को यह अवसर मिला है

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Mahendra

4/17/20241 min read

जय भीम, जय जोगेन्द्र, नमो बुद्धाय : राम नवमी का यह अवसर भारत ही नहीं समस्त विश्व में फैले हुए हिन्दुओं के लिए गौरव का विषय है क्योंकि एक बहुत बड़े सदियों के अन्तराल के बाद प्रभु श्रीराम अपने पुनर्स्थापित मन्दिर में विराजमान हैं और आज राम नवमी के दिन उनका सूर्य की किरणों द्वारा अभिषेक हुआ l राम नाम कि महिमा ही ऐसी है कि हम भारत के किसी भी स्थान पर चले जाएँ हमें राम नाम का संबोधन करते हुए वहां के लोगों के नाम मिल ही जायेंगे l सुदूर उत्तर-पूर्व के सात राज्यों से लेकर भारत के दुसरे छोर कन्या कुमारी तक हम किसी न किसी रूप में भगवान राम का नाम सुन ही लेंगे साथ ही भगवान राम भारत के कण-कण में है, भगवान राम ने सदियों पहले जो चरित्र, मर्यादा, एकात्मता और बंधुत्व के भाव का जीवन इस हिन्दू समाज को दिखाया था, हर हिन्दू आज भी उस जीवन को आदर्श मानता है l समय के काल के कुछ उलट फेरों ने उसे थोड़ा बहुत विखंडित किया तो था किन्तु मुझे विश्वास है यह हिन्दू समाज पुनः अपने उस चारित्रिक, सामाजिक और मर्यादित वैभव को प्राप्त कर ही लेगा l
तुलसीदास जी के ग्रंथ की कुछ चौपाई जो हमारे जीवन को एक मार्ग प्रदान करती हैं l हमें इन्हें स्मरण रखना चाहिए l

श्रीराम नवमी का महत्वपूर्ण संदेश

श्रीराम नवमी हमें धर्म, न्याय और प्रेम के महत्व को समझाता है। भगवान श्रीराम की कथाएं हमें यह सिखाती हैं कि हमें अपने जीवन में सत्य, ईमानदारी और न्याय का पालन करना चाहिए। उनकी जीवन गाथा हमें यह भी याद दिलाती है कि हमें हमारे परिवार और समाज के प्रति प्रेम और सेवा करनी चाहिए। इसलिए, श्रीराम नवमी के दिन हमें अपने जीवन में ये महत्वपूर्ण संदेशों को अपनाना चाहिए।

इस पवित्र अवसर पर मैं आप सभी को श्रीराम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। भगवान श्रीराम आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाएं।

जय भीम, जय जोगेन्द्र, नमो बुद्धाय : श्रीराम के नाम कि महिमा ही ऐसी है कि हम भारत के किसी भी स्थान पर चले जाएँ हमें
राम नाम का संबोधन करते हुए वहां के लोगों के नाम मिल ही जायेंगे l जैसे हमारे पूजनीय डॉ. भीमराव आम्बेडकर के पिताजी का
नाम श्री रामजी सकपाल था l इसी प्रकार सुदूर उत्तर-पूर्व के सात राज्यों से लेकर भारत के दुसरे छोर कन्या कुमारी तक हम
किसी न किसी रूप में भगवान राम का नाम सुन ही लेंगे l जैसे रामंग्याल, रामफल, रामनिवास, रामालिंगम आदि और तो और
यहाँ खास बात यह है कि श्रीराम को पानी पी-पी कर कोसने वालों के नाम में भी राम नाम आता है सीताराम येचुरी और ईवी
रामास्वामी पेरियार जैसे घोर नास्तिक और वामपंथी जो विश्व की सबसे महान हिन्दू संस्कृति सनातन संस्कृति को ख़त्म करने
का विचार रखते थे वे भी राम नाम से तर गए l
भगवान राम भारत के कण-कण में है, भगवान राम ने सदियों पहले जो चरित्र, मर्यादा, एकात्मता और बंधुत्व के भाव का
जीवन इस हिन्दू समाज को दिखाया था, हर हिन्दू आज भी उस जीवन को आदर्श मानता है l समय के काल के कुछ उलट फेरों ने
उसे थोड़ा बहुत विखंडित किया तो था किन्तु मुझे विश्वास है यह हिन्दू समाज पुनः अपने उस चारित्रिक, सामाजिक और मर्यादित
वैभव को प्राप्त कर ही लेगा l
सामाजिक समभाव का जो उदहारण भगवान राम ने हिन्दू समाज को दिखाया था उसका शायद ही कहीं कोई उदहारण होगा l
उन्होंने अपने जीवन में जिन्हें गले लगाया तो उन्हें जो लोग समाज के अंतिम पायदान पर बैठे थे l कैसे वर्षों सेप्रतिक्षा करती एक
भीलनी शबरी को माता कह कर उनके झूठे बेर तक खा लिए लेकिन उस समय स्थिति क्या थी इसका उदहारण इससे पता चलता
है कि लक्ष्मण जी वे झूठे बेर खाने से हिचक रहे थे लेकिन श्रीराम को वे बेर खाते देखकर उन्होंने भी खा लिए l इसी प्रकार श्रीराम
के साथ गुरुकुल में पढ़ने वाले निषादराज केवट ही पूरी रामकथा में हैं और कोई क्यों नहीं है वहइसलिए क्योंकि गुरुकुल के समय
से ही निषादराज और श्रीराम मित्र थे l
राम नवमी का यह अवसर भारत ही नहीं समस्त विश्व में फैले हुए हिन्दुओं के लिए गौरव का विषय है क्योंकि एक बहुत बड़े
सदियों के अन्तराल के बाद प्रभु श्रीराम अपने पुनर्स्थापित मन्दिर में विराजमान हैं और आज राम नवमी के दिन उनका सूर्य की
किरणों द्वारा अभिषेक हुआ l
ऊपर प्रदर्शनी में तुलसीदास जी के ग्रंथ की कुछ चौपाई जो हमारे जीवन को एक नया मार्ग प्रदान करती हैं l हमें इन्हें स्मरण रखना चाहिए l
भगवान श्रीराम का जीवन समस्त समाज को धर्म, न्याय और प्रेम के महत्व को समझाता है । भगवान श्रीराम की कथाएं हमें
यह सिखाती हैं कि हमें अपने जीवन में सत्य, धर्म, निष्ठा और न्याय का पालन करना चाहिए। उनकी जीवन गाथा हमें यह भी
याद दिलाती है कि हमें हमारे परिवार और समाज के प्रति प्रेम और सेवा करनी चाहिए। इसलिए, श्रीराम नवमी के दिन हमें अपने
जीवन में ये महत्वपूर्ण संदेशों को अपनाना चाहिए।

इस पवित्र अवसर पर मैं आप सभी को श्रीराम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ । भगवान

श्रीराम आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाएं ।

जय भीम, जय श्रीराम